भाजपा के टास्क फोर्स की पहली वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग मंगलवार को हुई। इसमें तमाम सुझावों व कोविड-19 के दौरान कामकाज को आसान बनाने की मसलों पर सभी ने सुझाव दिए। इसी बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछ लिया कि टास्क फोर्स की भूमिका क्या होगी। क्या वह प्रशासनिक व्यवस्था में सीधे कोई निर्देश दे सकेंगे।
विजयवर्गीय के इस सुझाव पर सीएम ने कांफ्रेंसिंग के दौरान कोई टिप्पणी नहीं की। संयोजक वीडी शर्मा समेत 11 सदस्यीय टास्क फाेर्स में बारहवें व्यक्ति के तौर पर पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भी दिल्ली से शामिल हुए। सहस्त्रबुद्धे ने सदस्यों से कहा कि उन्हें जो भी सुझाव व बातें ध्यान में आएं, उसे मुख्यमंत्री तक पहुंचाएं।
कामकाज को आसान बनाने के लिए सभी ने दिए सुझाव
कैलाश विजयवर्गीय
फल-फूल और सब्जी के किसान परेशान हैं। उन्हें शहर के बाहर सीमा पर उपज बेचने की अनुमति दी जा सकती है। उनकी हालत खराब है।
गांव में 2000 किसान हैं, खरीदी के लिए सिर्फ 9-10 को एसएमएस भेजे जाएंगे तो बाकियों को समझाने की व्यवस्था हो।
राकेश सिंह
खरीदी में छोटे किसानों को प्राथमिकता दी जाए। बड़े किसानों से बाद में अनाज की खरीदी हो।
एक वार्ड में 8-10 किराने की दुकान होती हैं। एक की बजाए सभी को खोलने की अनुमति दी जाए तो भीड़ कम हो जाएगी।
तुलसी सिलावट
छोटे वेंटीलेटर खरीदे जाएंगे तो वे राशि भी कम लगेगी और आपूर्ति भी जल्द हो जाएगी। टेलीमेडिसन के जरिए भी इलाज हो।
प्राइवेट अस्पताल, क्लीनिक और नर्सिंग होम बंद हो गए हैं। दूसरी बीमारियों का इलाज नहीं किया जा रहा है। इन पर सख्ती हो।
गोपाल भार्गव
बुंदेलखंड व महाकौशल क्षेत्र में बीड़ी श्रमिक लाॅक डाउन से प्रभावित हैं। उन्हें जर्दा और पत्ता घर में सप्लाई हो जाए तो उन्हें काम मिल जाएगा।
राजेंद्र शुक्ला
मंडियों में खरीदी के समय ट्रेंड हम्माल दूसरे राज्यों से आते हैं। इस समय दूसरे राज्यों में काम कर रहे मप्र के श्रमिक लौट आए हैं। उन्हें ट्रेनिंग दे दी जाए तो उन्हें यहीं काम मिल जाएगा।
खरीद केंद्र गांव से 30 से 35 किमी दूर नहीं होना चाहिए।
पटवारी बोले- सीएम जल्द गठित करें मंत्रिमंडल
इधर, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने टॉस्क फोर्स पर सवाल उठाए हैं। पटवारी ने कहा कि देश के अन्य राज्य जिनमें टॉस्क फोर्स गठित किए गए हैं, वहां की सरकार ने डॉक्टर्स, विशेषज्ञ और इस महामारी से लड़ने के लिए संबंधित बुद्धिजीवियों को रखा है, लेकिन मध्यप्रदेश सरकार ने इसमें भाजपा नेताओं को रखा। पटवारी ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी की समझ को क्या हो गया है। वे इतने विचलित क्यों है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को जल्दी ही मंत्रिमंडल का गठन करना चाहिए। इंदौर में कोरोना का खात्मा होने तक मुख्यमंत्री को अपना हेडक्वार्टर इंदौर शिफ्ट कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हालात इतने नाजुक है कि शव ले जाने के लिए वाहन भी नहीं है। जनता स्कूटर पर शव ले जा रही है।